नमस्कार दोस्तो, आज मैं बात करने जा रही हूँ "भगवान" के बारे में
हर कोई किसी न किसी रूप में भगवान को मानता है ।
कोई उसे ईश्वर कहता है तो कोई अल्लाह कोई रब तो कोई God
अलग अलग नाम भले ही हैं लेकिन है तो उस समर्थ शक्ति के ही।
और वो एक ही है ।
अब प्रश्न ये भी उठता है कि आखिर वो एक है कौन कहां रहता है कैसा दिखता है और किस किस ने देखा है ?
जाहिर सी बात है कि सभी धर्मों के लोग अपने पवित्र सद्ग्रन्थों को को ही सत्य मानते हैं और उसी को आधार मानकर ही सच्चे परमात्मा की भक्ति कर सकते हैं ।
अब बात करते हैं कि आखिर पवित्र धार्मिक ग्रन्थों में किसकी पूजा करने का विधान है अर्थात हमारे ग्रन्थों में किसे परमात्मा माना गया है
और तो और यह भी देखेंगे कि परमात्मा साकार है या निराकार
👉पूर्ण परमात्मा कविर्देव (कबीर परमेश्वर) तीसरे मुक्ति धाम अर्थात् सतलोक में रहता है। -ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 18
👉पवित्र बाइबल में भगवान का नाम कबीर है - अय्यूब 36:5। यहां स्पष्ट है की कबीर ही शक्तिशाली परमात्मा है।
👉पवित्र कुरान में लिखा है कि कबीर अल्लाह ही पाप विनाशक हैं और पूजा के योग्य हैं। सुरत-फुर्कानि 25 आयत 58
👉पूर्ण परमात्मा "सत कबीर" हैं।
हक्का कबीर करीम तू बेएब परवरदिगार।।
‘‘राग तिलंग महला 1‘‘ पंजाबी गुरु ग्रन्थ साहेब पृष्ठ नं. 721
नानक देव जी कहते हैं:-
हे सर्व सृष्टि रचनहार, दयालु ‘‘सतकबीर‘‘ आप निर्विकार परमात्मा हैं।
तो दोस्तो इन प्रमाणों के आधार पर यह सिद्ध होता है कि कबीर साहेब जी ही पूर्ण परमात्मा हैं ।
अधिक जानकारी के लिए अवश्य सुनें संत रामपाल जी महाराज के अमृत वचन साधना चैनल पर शाम 7:30 से ।
"हम ही अलख अल्लाह हैं गुतुब गोस और पीर
गरीबदास खालिग धणी हमरा नाम कबीर"
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